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Different types of Rudraksha

रुद्राक्ष

रुद्राक्ष एक प्राकृतिक पवित्र मनके होते है जो पेड़ से उत्पन्न होता है। इस मनके का उपयोग सभी धर्म और जाति के लोग करते हैं। इसके वैज्ञानिक और ज्योतिषीय लाभ भी है। पौराणिक मान्यता के अनुसार रुद्राक्ष का उद्भव भगवान शिव के आंसू से हुआ था। रुद्राक्ष ज्यादतर, नेपाल ,इंडोनेशिया और भारत में पाया जाता है। दुनिया में 1 मुखी से लेकर 21मुखी तक रूद्राक्ष उपलब्ध है। प्रत्येक मनके का एक अलग उद्देश्य और उपाय हैं। उन्हें मुख के अनुसार अलग किया जाता है जिसे मुखी। या फेस कहा जाता है रुद्राक्ष ऊर्जा से भरा हुआ एक शक्तिशाली आभूषण होता है।  

रुद्राक्ष धारण करने के फायदे

आपकी जन्मकुंडली में क्रूर ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने में मदद करता है तथा पहनने से हमारे शरीर में ऊर्जा और। शक्ति प्रदान करता है। यह पहनने वाले के चारों तरफ एक सुरक्षा कवच बना देता है।

1 mukhi rudrasha

1 मुखी रुद्राक्ष

रुद्राक्ष का फायदे या रुद्राक्ष मन को अस्पष्टता देता है ईश्वर से। जोड़ता है।

यह रुद्राक्ष धारण करने वालों को सभी पापों और पिछले कर्मों को नष्ट कर देता है। कुछ दिनों में माइग्रेन को ठीक करने में मदद करता है अवसाद ,ओसीडी ,को ठीक करने  में मदद करता है। मन की शांति पाने में सहायता करता है। एकाग्रता को बढ़ाता है। इंद्रियों पर नियंत्रण रखता है। विभिन्न प्रकार के शरीर में समस्याओं को दूर करता है। एक मुखी! रुद्राक्ष गुस्से को नियंत्रण करना करता है।

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि

एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सोमवार का दिन श्रेष्ठ माना जाता है। इसे कच्चा दूध या गंगा जल में स्नान करा करके धारण करना चाहिए और 108 बार ओम नमः शिवाय का जाप करना चाहिए। एक मुझे आज को सोने चांदी की माला पहनना चाहिए। ऐसी  लाल या काले धागे में पहनना चाहिए।

4 mukhi rudraksha

4 मुखी रुद्राक्ष

4 मुखी रुद्राक्ष रुद्राक्ष के एक मन का में 4 प्राकृतिक धारियां होती है। इसे स्वयं ब्रह्मा जी का स्वरूप माना जाता है जो बृहस्पति ग्रह से संबंधित है।

4 मुखी रुद्राक्ष के फायदे।

इसे धारण करने से। बुद्धि, धन और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसे शिक्षक छात्र नेता और कलाकारों के लिए सबसे उत्तम है। वैसे व्यक्ति जो सरमिले हो, जानते सब कुछ हो लेकिन कहीं नहीं बोल पाते हैं। कुछ नहीं बोल पाते हैं, अंदर से डरते हैं। उनके अंदर भय हो तो उन लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

वैसे नेताओं या समाजसेवियों जिन्हे कहीं सभाओं को संबोधित करने में हिचकिचाहट होती है। वह घबराते हैं। उन लोगों के लिए 4 मुखी रुद्राक्ष बहुत ही फायदेमंद होता है।

2-mukhi-rudraksha

2 मुखी रुद्राक्ष

रुद्राक्ष माता पार्वती। और भोलेनाथ!
का स्वरूप माना जाता है।

पौराणिक कथा अनुसार भगवान ब्रह्मा ने दोनों देवताओं को इतना करीब आने का आशिर्वाद दिया कि वे शिव पर्वती एक दूसरे में विलिन हो गए  और उन्हें अर्धनारीश्वर कहा जाने लगा। रुद्राक्ष को भगवान शिव का अवतार कहा जाता है इसलिए इसे एक चरण देशों में भी लोग धारण करते हैं। रुद्राक्ष प्रेम संबंधों और वैवाहिक जीवन के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है कि 2 मुखी रुद्राक्ष जीवन में सदा  सद्भावना लाता है।

दो मुखी रुद्राक्ष के फायदे

दो मुखी रुद्राक्ष आपसी प्रेम को बढ़ाता है। कर्ज से मुक्ति दिलाता है। समाज में सम्मान दिलाता है। 

5 mukhi rudraksha

5 मुखी रुद्राक्ष

पंचमुखी रुद्राक्ष में पांच प्राकृतिक धारियां होती है जिसे पंचमुखी रुद्राक्ष कहते हैं। यह सबसे प्रसिद्ध रुद्राक्ष है। सबसे ज्यादा मात्रा में पाए जाने वाला रुद्राक्ष है। इसकी उत्पत्ति बहुत ही ज्यादा मात्रा में होती है। उत्तम गुणों वाला रुद्राक्ष नेपाल में पाया जाता है। 5 मुखी रुद्राक्ष बृहस्पति के बुरे प्रभाव को खत्म करने में मदद करता है। इसे घर और कार्यालय में रखने से नेगेटिव ऊर्जा को दूर किया जाता है।

 

5 मुखी रुद्राक्ष के फायदे।

 

5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अकाल मृत्यु नहीं होती है। धन और समृद्धि मिलती है। जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है। इसे पहनने से व्यक्ति साहसी और निडर होता है। नींद अच्छी आती है। श्वसन संबंधी बीमारियां ठीक करने में मदद करता है। इसे गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए।

3 mukhi rudraksha

3 मुखी रुद्राक्ष

इसमें तीन प्राकृतिक धारियां होती है जिसे 3 मुखी रुद्राक्ष कहते हैं। इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का वास होता है या अग्नि का स्वरूप माना जाता है। सत्यराज तथा त्रिगुणात्मक शक्ति वैष्णो देवी का स्वरूप है इसमें। पताल पृथ्वी और आकाश की शक्तियों से तुलना किया जाता है।
3 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे।
गुरुवार या सोमवार को गंगा जल में स्नान करके गले  में धारण। करना चाहिए।
धारण करने से सूर्य तथा मंगल ग्रह के दोष से शांति मिलती है तथा चेहरे पर विशेष प्रकार की चमक बढ़ती है। विद्यार्थियों को या रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट होते हैं। इसे धारण करने से नकारात्मक विचार उत्पन्न नहीं होता है। स्त्री हत्या का पाप का छुटकारा मिलता है मानसिक और शारीरिक शक्तियों! मिलती है। पीठ की समस्या ठीक होती है। सभी प्रकार की पेट की समस्याएं ठीक होती है।

6 mukhi rudraksha

6 मुखी रुद्राक्ष

6 मुखी रुद्राक्ष इसमें 6 प्राकृतिक धारियां होती है, जिसे 6 मुखी रुद्राक्ष कहते हैं। इसे धारण करने से भगवान गणेश जी और कार्तिकेय जी की कृपा प्राप्त होती है। शुक्र ग्रह की कृपा प्राप्त होती है। शुक्र ग्रह और तीन देवियां, सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती का स्वरूप होता, धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। सभी सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।

 

6 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे।

 

शरीर के आकर्षण को बढ़ाता है। शुक्र ग्रह के दोष को दूर करता है। इसे पहनने से मधुमेह शुगर को नियंत्रित करता है। चिड़चिड़ा और क्रोध से छुटकारा दिलाता है।

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